रक्षा बंधन 2025: कब है राखी? जानिए शुभ मुहूर्त, महत्व और इससे जुड़ी खास बातें
रक्षा बंधन भाई-बहन के प्रेम और स्नेह का प्रतीक पर्व है। यह त्यौहार हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र और सुखद जीवन की कामना करती हैं, जबकि भाई अपनी बहनों को हर परिस्थिति में रक्षा का वचन देते हैं। रक्षा बंधन केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि पारिवारिक रिश्तों की गरिमा को मजबूत करने का अवसर भी है।
📅 रक्षा बंधन 2025 में कब है?
तारीख: सोमवार, 11 अगस्त 2025
श्रावण पूर्णिमा तिथि आरंभ: 10 अगस्त 2025, शाम 3:04 बजे
श्रावण पूर्णिमा तिथि समाप्त: 11 अगस्त 2025, शाम 5:39 बजे
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त (भद्रा रहित समय):
👉 प्रातः 06:05 बजे से शाम 05:30 बजे तक
भद्रा काल:
भद्रा काल 10 अगस्त की रात में रहेगा, इसलिए 11 अगस्त को पूरे दिन राखी बांधना शुभ रहेगा।
रक्षा बंधन का धार्मिक महत्व
रक्षा बंधन न केवल भाई-बहन के रिश्ते का पर्व है, बल्कि यह वैदिक काल से जुड़ा हुआ पर्व है। धार्मिक दृष्टि से इस दिन ब्राह्मण यजमानों को यज्ञोपवीत (जनेऊ) धारण कराते हैं और रक्षा सूत्र बांधते हैं। इस दिन भगवान विष्णु, इंद्र देव और गणेश जी की पूजा का विशेष महत्व होता है।
रक्षा बंधन से जुड़ी पौराणिक कथाएं
1. द्रौपदी और श्रीकृष्ण की कथा:
महाभारत काल में जब श्रीकृष्ण के हाथ से खून निकल रहा था, तब द्रौपदी ने अपनी साड़ी का एक टुकड़ा फाड़कर उनके हाथ में बांध दिया। श्रीकृष्ण ने उस समय वचन दिया कि जब भी द्रौपदी संकट में होंगी, वे उनकी रक्षा करेंगे। इसी वचन को उन्होंने चीरहरण के समय निभाया।
2. राजा बलि और माता लक्ष्मी:
भगवान विष्णु ने वामन अवतार लेकर राजा बलि से तीन पग भूमि मांगी और उसे पाताल में भेज दिया। जब विष्णु जी राजा बलि के साथ पाताल में रहने चले गए, तब माता लक्ष्मी ने रक्षा सूत्र बांधकर राजा बलि को भाई बनाया और विष्णु जी को वापस ले आईं।
राखी बांधने की परंपरा
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बहनें भाई को तिलक लगाती हैं, आरती उतारती हैं और मिठाई खिलाकर राखी बांधती हैं।
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भाई उन्हें उपहार या पैसे देकर आशीर्वाद लेते हैं।
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कुछ स्थानों पर बहनें अपनी भाभी को भी राखी बांधती हैं और उसे ‘लूमी राखी’ कहा जाता है।
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आजकल बहनें दूर रहने पर डाक द्वारा या ऑनलाइन राखी भी भेजती हैं।
क्या दें रक्षा बंधन पर तोहफा?
भाई बहनों को इस दिन उनकी पसंद के अनुसार तोहफे देते हैं। इनमें शामिल हैं:
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चॉकलेट, मिठाइयाँ
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गहने या फैशन एसेसरीज़
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कपड़े या कूपन
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मोबाइल या गैजेट्स
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कैश गिफ्ट
रक्षा बंधन का सामाजिक महत्व
रक्षा बधन केवल पारिवारिक उत्सव नहीं है, यह समाज में भाईचारे, सौहार्द और प्रेम को भी बढ़ाता है। कई संस्थाएं इस दिन सैनिकों को राखी भेजती हैं। स्कूलों में बच्चे पुलिस, डॉक्टर, सफाईकर्मियों को राखी बांधकर उनका धन्यवाद करते हैं। यह पर्व भारत के अलावा नेपाल और मॉरीशस जैसे देशों में भी हर्षोल्लास से मनाया जाता है।
रक्षा बंधन सिर्फ धागों का त्योहार नहीं है, बल्कि यह विश्वास, प्रेम और आत्मीयता की डोर है जो भाई-बहन के रिश्ते को और मजबूत बनाती है। 11 अगस्त 2025 को आने वाला यह पर्व हर किसी के जीवन में नई खुशियाँ और मिठास लेकर आए, यही कामना है।
आप सभी को रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनाएं!
राखी की मिठास हमेशा आपके रिश्ते में बनी रहे।