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मां ने गोद में उठाया तब आसमान छुआ – मदर्स डे पर कविता, शायरी और एहसासों का जश्न

मदर्स डे 2025 पर मां के लिए खास कविताएं और मुनव्वर राणा की दिल छू लेने वाली शायरी पढ़ें। स्पीच, शुभकामनाएं और सोशल मीडिया पोस्ट के लिए बेहतरीन संग्रह

हर साल मई महीने का दूसरा रविवार एक अनमोल रिश्ते के नाम होता है – मां। इस साल 11 मई 2025 को पूरी दुनिया मदर्स डे के रूप में मां की ममता, त्याग और प्रेम का उत्सव मना रही है। यह दिन केवल एक तारीख नहीं, बल्कि उस आत्मा का सम्मान है जो न केवल हमें जन्म देती है, बल्कि अपने सपनों की कीमत पर हमारे ख्वाबों को पूरा करने में जीवन लगा देती है।

मदर्स डे का महत्व

मां केवल एक शब्द नहीं, एक संपूर्ण ब्रह्मांड है। जब हम जीवन में हारने लगते हैं, मां की गोद सबसे सुरक्षित पनाहगाह बन जाती है। वह हमारी पहली शिक्षक, पहली दोस्त, और जीवन की सबसे बड़ी शुभचिंतक होती है। मदर्स डे का उद्देश्य इसी निश्छल प्रेम और अनकहे बलिदानों को याद करना है।

मां पर मुनव्वर राणा की दिल छू लेने वाली शायरी

मां की ममता को बयां करने के लिए उर्दू के मशहूर शायर मुनव्वर राणा की शायरी किसी मर्मस्पर्शी गीत से कम नहीं लगती। उनकी शायरी में मां की मूरत नहीं, मां की आत्मा झलकती है:

“लबों पे उसके कभी बद्दुआ नहीं होती,
बस एक मां है जो मुझसे खफा नहीं होती।”

“चलती फिरती आंखों से अजां देखी है,
मैंने जन्नत तो नहीं देखी है, मां देखी है।”

“बुलंदियों का बड़े से बड़ा निशान छुआ,
उठाया गोद में मां ने, तब आसमान छुआ।”

“किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकां आई,
मैं घर में सबसे छोटा था, मेरे हिस्से में मां आई।”

“जब भी कश्ती मेरी सैलाब में आ जाती है,
मां दुआ करती हुई ख्वाब में आ जाती है।”

“ऐ अंधेरे! देख ले मुंह तेरा काला हो गया,
मां ने आंखें खोल दीं, घर में उजाला हो गया।”

“इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है,
मां बहुत गुस्से में होती है तो रो देती है।”

मां पर कुछ प्यारी कविताएं

1. मां का आँचल

मां का आँचल सुकून की छांव है,
उसकी ममता हर दर्द की दवा है।
नींद उसकी थपकी में मीठी लगती है,
दुनिया की सबसे प्यारी रज़ा है।

2. मां – मेरी प्रेरणा

जैसे दीपक जलाए अंधेरे में रोशनी,
मां ने सिखाया जीना ज़िंदगी।
उसकी हर सीख, हर डांट में प्यार है,
वो मेरी पूजा, वो ही त्याग की प्रतिमूर्ति है।

3. मां के बिना

सपनों में जब भी जाती हूं खो,
हर मोड़ पर मां की यादें रो।
दूर रहूं या पास, एहसास वही है,
मां के बिना ये ज़िंदगी अधूरी सी है।

सोशल मीडिया पर मां को समर्पित करें ये शायरी या कविता

आज जब हम सोशल मीडिया पर स्टेटस, पोस्ट और रील्स साझा करते हैं, तो क्यों न आज की पोस्ट मां को समर्पित हो? ऊपर दी गई शायरियां और कविताएं आपके मैसेज को भावनाओं से भर देंगी। कोई भी तस्वीर, जब मां के साथ और इन पंक्तियों के साथ होगी, तो हर दिल को छू जाएगी।

मदर्स डे पर स्पीच या स्कूल फंक्शन के लिए भी करें उपयोग

अगर आप स्कूल, कॉलेज या ऑफिस में मदर्स डे पर भाषण देने जा रहे हैं, तो इन कविताओं और शायरियों को अपने भाषण में शामिल करके आप अपनी बात को और भी भावनात्मक और असरदार बना सकते हैं।


अंत में एक छोटी सी प्रार्थना मां के लिए:

“ईश्वर हर जगह नहीं हो सकता था,
इसलिए उसने मां बनाई।
वो जो हमें बिना शर्त प्यार करती है,
जो हमेशा हमारे साथ खड़ी रहती है – मां।”

इस मदर्स डे, चलिए केवल फूल या तोहफे नहीं, अपने दिल की भावनाएं मां के साथ साझा करें। उन्हें महसूस कराएं कि उनका त्याग, उनकी ममता और उनका हर आशीर्वाद हमारे लिए कितना खास है।

आप सभी को मातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!

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