सेकेंड हैंड कार खरीदते वक्त ध्यान रखें ये 5 जरूरी बातें, ताकि धोखा न खाएं और बची रहे आपकी मेहनत की कमाई
भारत में पिछले कुछ सालों से सेकेंड हैंड कारों का मार्केट तेजी से बढ़ा है। लाखों लोग हर महीने पुरानी कार खरीदते हैं, लेकिन इस दौरान कुछ बातें ध्यान में रखना बेहद ज़रूरी है ताकि बाद में आपको पछतावा न हो। आज हम आपको वो 5 खास टिप्स बताएंगे, जिनका ध्यान रखकर आप सेकेंड हैंड कार खरीदने के दौरान धोखा खाने से बच सकते हैं।
- पेपर चेक करें, जल्दीबाजी से बचें
जब भी सेकेंड हैंड कार खरीदें, पेपरwork को ध्यान से करें। कभी भी जल्दबाजी में किसी दस्तावेज़ को न छोड़ें। कार की पूरी हिस्ट्री चेक करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कार किसी कानूनी पचड़े में तो नहीं फंसी हुई। इंश्योरेंस ट्रांसफर जरूर करवाएं और ये भी देख लें कि कार पर कोई बकाया भुगतान तो नहीं है।
- इंजन, ब्रेक, टायर और पेट्रोल टैंक की जांच करें
कार टेस्ट ड्राइव के दौरान अच्छी लग सकती है, लेकिन इसके बाद अगर कार ठीक से न चले तो पछताया जा सकता है। ऐसे में किसी एक्सपर्ट से मदद लें और इंजन, ब्रेक, टायर, और पेट्रोल टैंक की अच्छे से जांच करवाएं। - ओडोमीटर के साथ छेड़छाड़ की संभावना
कभी-कभी लोग ओडोमीटर के आंकड़ों के साथ छेड़छाड़ कर देते हैं ताकि गाड़ी कम इस्तेमाल हुई दिखे, लेकिन इसके बाद आपको पता चलता है कि कार सही माइलेज नहीं दे रही। इसलिए सर्विस सेंटर में जाकर ओडोमीटर की सही स्थिति चेक कराना जरूरी है।
- ऑनलाइन मार्केट की जांच करें
कभी भी उत्साह में आकर ज्यादा पैसे न चुकाएं। ऑनलाइन मार्केट में भी सेकेंड हैंड कारों के अच्छे ऑफर्स मिल सकते हैं। दूसरे विक्रेताओं के ऑफर्स को चेक करके आपको सही डील मिल सकती है। - भरोसेमंद जगह से खरीदें
ऑनलाइन कार खरीदना और बेचना दोनों ही आसान हो गए हैं, लेकिन धोखाधड़ी का खतरा भी बढ़ गया है। इसलिए कोशिश करें कि आप हमेशा भरोसेमंद और प्रतिष्ठित जगह से ही कार खरीदें, ताकि आपकी मेहनत की कमाई बेकार न जाए।
Disclaimer: इस जानकारी को केवल जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से लिखा गया है। हमने सामान्य जानकारियों की मदद ली है, पर इसकी पुष्टि हम नहीं करते।